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Acharya Ajay Gautam

Ajay Gautam Foundation is a non-profit, non-governmental committed organization working nationwide for the protection of the environment, the rights of the people to clean and fresh water and air, the promotion of sustainable development, and the protection of the cultural heritage of India. We are completely a Non-Profitable Organization and wholly working towards social cause and Animal Care.

“ पर सेवा- सहायता ही सर्वोच्च धर्म है “ इस वाक्य को जीवन का लक्ष्य मानकर ही हम आगे कार्य कर रहे हैं

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ चैनलों पर 5000 से ज्यादा टीवी शो और डिबेट, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय किताबों में इंटरव्यू प्रकाशित, कई डॉक्युमेंट्रीज, एक दशक से ज्यादा से सामाजिक कार्यों के लिए सक्रिय भूमिका निभाता आ रहा हूं, वह चाहे शासन, प्रशासन और न्यायपालिका के माध्यम से हो या टीवी जगत के माध्यम से या आंदोलन की भूमिका से , जिस समय पर जो विषय आवश्यक लगा परिस्थिति अनुसार कार्य किया तथा उसमे सफलता प्राप्त करी

16 दिसंबर 2012 जब निर्भया कांड के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए छात्रों पर जब दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर लाठीचार्ज किया उस घटना के बाद पुन्हा एक्टिविज्म प्रारंभ किया और पहली लेटर पिटिशन दिल्ली हाईकोर्ट में निर्भया कांड से संबंधित विषय पर फाईल करी.

कोई विशेष मार्गदर्शन ना होने के कारण प्रारंभिक रूप में कुछ गलत विषय भी चुने. परन्तु जो अच्छे काम करें उसमे 5 नवंबर 2021 को केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की कि जिस मूर्ति का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने किया था उसका आदेश भी मेरी ही जनहित याचिका ( PIL ) no. 183/2018 पर उत्तराखंड हाई कोर्ट ने किया था.

वर्ष 2013 जून को केदारनाथ में आई आपदा जिसमें 10,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 3322 लोग आपदा के 10 साल बाद भी लापता है , जिसमें सैकड़ों लोगों का अंतिम संस्कार हमारी पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन ( PIL ) no. 85/2015 से संभव हो पाया और आखरी शवों की खोज नवम्बर 2021 में आपदा के 9 साल बाद उनका विधिवत अंतिम संस्कार करवाया तथा कुछ बिछड़े लोगों को उनके अपने परिवार से मिलवाने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ.

इसके अलावा चाहे गोमुख ग्लेशियर की सुरक्षा की बात हो या मां गंगा और यमुना की पवित्रता और निर्मलता की , बात चाहे देव भूमि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन और रेगुलेशन की बात हो या जोशीमठ, नैनीताल वह अन्य जगहों पर एडवांस वार्निंग सिस्टम और वेदर ड्रॉपलआर राडार लगाने की बात हो, देव भूमि उत्तराखंड में डिजास्टर मैनेजमेंट और अन्य महत्वपूर्ण विषयों के लिए मैंने 10 से ज्यादा पीआईएल ( PIL ) सिर्फ हाई कोर्ट ऑफ उत्तराखंड में फाइल करी और सकारात्मक नतीजे प्राप्त हुए.

जहां तक मानवीय पहलुओं की बात है इसी क्रम में सर्वोच्च न्यायालय में अनमैंड रेलवे क्रॉसिंग / मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग जिस पर लगातार स्कूल जाते बच्चों की बस दुर्घटनाग्रस्त तथा इन मासूम बच्चों को अपनी प्राण गंवाने पड़े , इसी विषय को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में जनहित याचिका ( PIL ) no. 761/2014 के माध्यम से मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग बंद करवाएं

देश की राजधानी दिल्ली के थानों में सीसीटीवी कैमरे लगवाना, उसकी रिकॉर्डिंग 1 महीने तक सुरक्षित करवाना, जनहित के कार्यों में पुलिस कैसे एक आम आदमी से पेश आएं उसके लिए गाइडलाइन बनवाना, दिल्ली की पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए आदेश पारित कराएं एवं तुष्टीकरण की कई नीतियों के खिलाफ आदेश पारित कराएं, बाल बिक्षाव्रती के खिलाफ और बहुत सारे महत्वपूर्ण विषयों पर 50 से ज्यादा पीआईएल ( PIL ) file करी.

10 साल के अथक प्रयास के पश्चात लगा कि बाकी का समय और जीवन बेजुबान और बेसहारा लोगों, पशुओं, पक्षियों के लिए काम करने की आवश्यकता है इसीलिए दिल्ली में लंम्पी वायरस के खिलाफ पीआईएल ( PIL ) no. 14115/2022 फाइल कर सकारात्मक आदेश पारित कराए . इस प्रकार है कि चाहे गौसेवा हो या अन्य प्राणियों की सेवा जो बेजुबान है बेसहारा है और अपनी पीड़ा स्वयं नहीं कह सकते इन लोगों के निमित्त ही आगे कार्य करना का संकल्प है.